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एक युवा जोड़े की कहानी… वैलेंटाइन डे के अवसर पर, लड़के और लड़की के प्यार में एक नया मोड़। उनका प्यार बढ़ा, लेकिन किस्मत ने उनके साथ कठिनाईयाँ लेकर आई। लड़के की एक और जान चली गई, उसका सिर उसकी जिंदगी से अलग2024

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मुजफ्फरपुर में, जब पूरी दुनिया 14 फरवरी को प्रेम दिवस (वैलेंटाइन डे) मना रही थी, तो वहीं एक प्रेमी मुजफ्फरपुर में वैलेंटाइन डे मनाने के लिए गया और वहां रेलवे ट्रैक के किनारे एक सिर कटी लाश का सामना किया, जिससे हलचल मच गई।

वैलेंटाइन

परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रेम के किस्से में युवक की हत्या हुई है। यह घटना कांटी थाना इलाके के दामोदरपुर गुमटी नंबर 105 में हुई है। मृतक की पहचान करवा रहे हैं करजा थाना इलाके के रूपबरा गांव के निवासी प्रमोद पटेल के 18 वर्षीय पुत्र माही कुमार के रूप में हुई है। वह कुछ दिनों पहले ही दिल्ली से अपने गांव वापस आया था। मंगलवार को उसकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली, और इस घटना के बाद परिवार में हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज दिया है।

वैलेंटाइन डे उसका सिर उसकी जिंदगी से अलग…

वैलेंटाइन डे, 14 फरवरी, प्रेम और रोमांस का उत्सव है जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह एक दिन है जब लोग अपने प्यार को व्यक्त करते हैं, उन्हें खास महसूस कराते हैं, और अपने दिल की बातें बताते हैं। इस दिन लोग अपने पार्टनर के साथ समय बिताने, उन्हें गिफ्ट देने और उनके साथ खास अनुभवों का आनंद लेते हैं।

वैलेंटाइन डे का इतिहास बहुत पुराना है। इसकी शुरुआत प्राचीन रोम में हुई थी, जहां स्वामियों ने प्रेम के परिप्रेक्ष्य में यह दिन मनाने का आदेश दिया था। यह परंपरा हिंदू कल्पना के पौराणिक कथाओं से भी जुड़ी हुई है, जिसमें प्रेम के देवता कामदेव की शक्ति का उत्सर्जन समाहित है। इस दिन को संयुक्त राज्य अमेरिका के एक सेंट, सेंट वैलेंटाइन के नाम पर समर्पित किया गया था, जो प्रेम के विशेष पर्व के रूप में मनाते थे

वैलेंटाइन डे के अवसर पर, लोगों के बीच विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ होती हैं। कुछ लोग अपने पार्टनर के साथ अच्छे समय का आनंद लेने के लिए अलग-अलग स्थानों पर घूमने जाते हैं, जैसे कि पार्क,

आजकल, वैलेंटाइन डे व्यापक रूप से मनाया जाता है और यह विशेष रूप से युवाओं के बीच लोकप्रिय है। लोग इस दिन को खास तरीके से मनाते हैं, जैसे कि रोमांटिक रात के बाहर खाना, साथ बिताए गए समय के लिए खास गिफ्ट्स और प्रेम भरी बातें कहना।

2 साल एक दूसरे के साथ रिलेशन में थे:


मृतक के शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं. इसके अलावा उसका सिर धड़ से अलग भी कर दिया गया. मृतक के पिता प्रमोद पटेल ने बताया कि गांव कि ही एक लड़की से उनके बेटा का दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था.

लेकिन, लड़की के परिवार वाले नहीं चाहते थे कि उससे वह मिले या बातचीत करे, क्योंकि दोनों का जाति अलग-अलग है भारत में कब तक जात पात के नाम पर असा अत्याचार बंद होगा छोटी छोटी बातो के लिए लोग एक दूसरे का खून बहा देते है .

भारत में कतल की सजा:

भारत में कत्ल की सजा का विषय विवादास्पद और महत्वपूर्ण है। कत्ल की सजा का प्रावधान भारतीय दंड संहिता में किया गया है, जिसमें विभिन्न प्रकार के कत्ल के लिए अलग-अलग धाराएं और सजा की प्रावधानिकता होती है। यहां भारत में कत्ल की सजा के विभिन्न पहलुओं की चर्चा की गई है:

  1. धारिका 302 और 304 में अंतर:
    भारतीय दंड संहिता में, कत्ल के लिए दो प्रमुख धाराएं हैं – धारा 302 और धारा 304। धारा 302 में कत्ल के लिए अगर साबित होता है कि उपजाऊ इरादे के साथ कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की हत्या की है, तो उसे मौत की सजा होती है। धारा 304 में अपराध क्षतिग्रस्तीपूर्ण हत्या को परिभाषित किया जाता है, जो अपराधिक गैर-उपजाऊ इरादे के साथ होती है, और उसे दो से दस साल की कैद की सजा की जा सकती है।
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