Arrah Murder News: यह मामला आरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से संबंधित है। इसमें चार फरवरी को एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस घटना में शामिल दो आरोपी अभी भी फरार हैं ।
आरा: मुफस्सिल थाना क्षेत्र में स्थित शोभी डुमरा गांव के पास स्थित गरैया मठ में एक निजी कर्मचारी, अभिषेक कुमार जिसे अंगद यादव के नाम से भी जाना जाता है, की हत्या चार फरवरी को गोली मारकर की गई थी। मृतक अंगद यादव आरा नगर थाना के बाबू बाजार चरपुलवा में रहते थे। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया है 2 अपराधी ने गिरफ्त में ले लिया है और आगे की करवाई की जा रही है सोचने की बात ये है दोस्ती में अब भरोसा नहीं रहा कब कहा कौन’आपकी सुपारी दे दे और हत्या करवा दे जागरूक रहे सतर्क रहे खुद को अपने बच्चो को सतर्क रखे ।
विशाल सिंह, जो शाहपुर थाना क्षेत्र के महरजा गांव निवासी हैं, और पिकुल सिंह, जो कृष्णागढ़ ओपी क्षेत्र के घाघर गांव के निवासी हैं, इन दो गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं। विशाल अभी फिलहाल नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मोहल्ले में रहते थे और पिकुल शाहपुर थाना क्षेत्र के कृष्णागढ़ ओपी के घाघर गांव के निवासी हैं।
हत्या गिरफ्तारी के कारण क्या है?
Arrah Murder News: यह मामला आरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से संबंधित है। इसमें चार फरवरी को एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस घटना में शामिल दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
आरा: मुफस्सिल थाना क्षेत्र में स्थित शोभी डुमरा गांव के पास स्थित गरैया मठ में एक निजी कर्मचारी, अभिषेक कुमार जिसे अंगद यादव के नाम से भी जाना जाता है, की हत्या चार फरवरी को गोली मारकर की गई थी। मृतक अंगद यादव आरा नगर थाना के बाबू बाजार चरपुलवा में रहते थे। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया है 2 अपराधी ने गिरफ्त में ले लिया है और आगे की करवाई की जा रही है सोचने की बात ये है दोस्ती में अब भरोसा नहीं रहा कब कहा कौन’आपकी सुपारी दे दे और हत्या करवा दे जागरूक रहे सतर्क रहे खुद को अपने बच्चो को सतर्क रखे ।
विशाल सिंह, जो शाहपुर थाना क्षेत्र के महरजा गांव निवासी हैं, और पिकुल सिंह, जो कृष्णागढ़ ओपी क्षेत्र के घाघर गांव के निवासी हैं, इन दो गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं। विशाल अभी फिलहाल नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मोहल्ले में रहते थे और पिकुल शाहपुर थाना क्षेत्र के
विशाल कुमार ने बताया कि उन्होंने अंगद यादव से पैसे मांगे थे और उसने अंगद की हत्या करने का योजना बनाया था। उन्होंने दो लाख रुपये में एक शूटर को हायर किया था और 50 हजार रुपये अग्रिम दिए थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस गोली मारने वालों को मोबाइल फोन के वीडियो के माध्यम से पकड़ने में सफल रही काफी प्रयास और पुलिस की सूझ बुझ से पकडे गए अपराधी । एसपी ने बताया कि टीम ने तकनीकी जाँच शुरू की और मोबाइल और सीसीटीवी की जाँच की।
मोबाइल से मिले वीडियो में हत्या के समय अंगद का उच्चारण मिला, जिससे वाम के व्यक्ति की पहचान की गई। इसके अलावा, बातचीत की कुछ रिकॉर्डिंग भी मिली। इस आधार पर, हत्या में शामिल लोगों की पहचान की गई है और 2 आरोपी अभी फरार हैं जिनकी पुलिस सकती से करवाई करने में जुटी है ।