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Bihar सियासी संकट के बीच आ गया बीजेपी

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बिहार में तेज़ हुवी सियासी हलचल के बिच सुनने को मिक रहा है नितीश कुमार अब दुबारा बीजेपी में शामिल होने जा रहे है ऐसी में लालू परिवार की मुस्किले बढ़ती दिख रही है अनुमान लगाया जा रहा है की कल नितीश कुमार बीजेपी में शामिल हो जायँगे .

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Bihar सियासी संकट के बीच:

बीजेपी के समय में डुप्टी चीफ मिनिस्टर रहे उन्होंने बताया बिहार के जितने प्रमुख नेता थे सब से बात चित करते हुवे बिहार के बदलते हुवे हालत को देखते हुवे निर्णय लिया गया जो देश के हित में बिहार के हित में वो क्या जायेगा अभी कुछ अस्पस्ट जानकारी तारकेश्वर जी के बयान से निकल कर नहीं आयी है readmore:-

लालू प्रसाद यादव

आप सभी जानते है लालू यादव और नितीश कुमार को लेकिन आपको पता नहीं होगा इनके जनम अस्थल के बारे में दोनों हे सामान्य घर से तलूक रखते है आज भले हे करोड़ो के प्रॉपर्टी है लेकिन निकल कर के गरीब से है। लालू प्रसाद यादव एक प्रमुख भारतीय राजनेता हैं, जिनका जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जनपद के फूलवारिया गाँव में हुआ था। उन्होंने बिहार राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहाँ लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक करियर की संक्षेपमें जानकारी है:Bihar सियासी संकट

शिक्षा और प्रारंभिक जीवन:

1.लालू यादव ने बिहार के एक यादव परिवार में जन्म लिया जो परिवार गरीब था उन्होंने कठनाई से अपने जीवन वीयपन करा ।
2.पटना विश्वविद्यालय के बी.एण्ड सी.एम. में राजनीति विज्ञान में अपनी पढ़ाई पूरी की उसके बाद राजनीती में कदम बढ़ाये और आज के समय बड़े नेता बन कर उअभरे और राजनीती की अच्छी समझ रखते है ।

राजनीति में प्रवेश:Bihar सियासी संकट

यहाँ से होती है लालू यादव जी की राजनीती की सुरवात लालू यादव ने अपने कॉलेज के दिनों में ही राजनीति में प्रवेश किया और विभिन्न छात्र आंदोलनों में शामिल हो गए।
1970 में उन्होंने पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ के महासचिव बने यह पहली सफलता थी लालू प्रसाद यादव की ।
राजनीति में उच्चता:

समय समय पर अलग अलग आंदोलन से जुड़ते रहे लालू यादव एक बार सुरवती दिनों में लालू यादव का राजनीतिक करियर 1970 के दशक के जेपी (जयप्रकाश नारायण) आंदोलन के समय में मजबूती प्राप्त करने लगा, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ और राजनीतिक जवाबदेही के लिए एक जन आंदोलन था।
उन्होंने जनता पार्टी का सदस्य बना और 1977 में बिहार विधानसभा के लिए चयन जीता।

बिहार के मुख्यमंत्री:

लालू यादव ने 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने और लगभग 15 वर्षों तक उस पद पर रहे, जिससे उन्हें राज्य के सबसे दीर्घकालीन मुख्यमंत्री बनाया ग
उसके बढ़ रेल मंत्री रहे जिसमे उन्होंने काफी बदलाव क्या बिहार रेलवेज को एक नयी ऊंचाई पर लेके गए और नयी ट्रैन की सुरवात की

नितीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की दोस्ती

राजनीती से अलग हट कर देखे तो लालू यादव और नितीश कुमार काफी अच्छे फ्रेंड है इनकी मुलाकात 1994 में हुवी थी उसके बाद दोनों ने मिल कर बिहार की राजनीती में भुगत ज्यादा सहयोग दिए लेकिन इतने लम्बे समय तक राज्य में शासन करने के बाद आज बिहार में डेवलोपमेन्ट’ नहीं ला पाए है बिहार कुसल राज्य है न वहा फैक्ट्री न कोई बड़ी इंडस्ट्री है। आज के समय बिहार से काम करने वाले लोग ८-10 हज़ार की नौकरी करने के लिए दिल्ली मुंबई और अनेको राज्य में जाते है।

हालांकि, इन दोनों नेताओं का समर्पण बिहार राजनीति में अहम भूमिका निभाता है और उनके बीच राजनीतिक गतिविधियों ने राज्य के स्वरूप और राजनीतिक स्थिति को प्रभावित किया है।नीतीश कुमार, भारतीय राजनीतिज्ञ और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, एक लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता है। यहां उनके पूर्व की जीवनी के कुछ मुख्य पहलुओं की जानकारी है:

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