वनभूलपुरा के बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाओं दंगा के दौरान घर के छतो से पत्थर फेंकने वाली महिलाओं पर भी police जल्दी कार्रवाई करेगी। जिस गजहा पर दंगा हुवा वहा के अस पास से cctv फुटेज के आधार पर इन महिलाओं की पहचान की जा रही है इनमे से एक को व् नहीं बक्सा जायेगा सख्त तरीके से इनसब से निपटा जायेगा । उन्हें मुकदमे में शामिल किया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस वक्त पुलिस पुकता साबुत जुटाने में लेगी है उसके आधार पर धार पकड़ की जाएगी ।
पुलिस के अनुसार, 8 फरवरी को जब वनभूलपुरा में स्थित मालिक के बाग़ान में उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर पत्थरबाज़ी शुरू की,बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाओं तो बड़ी संख्या में महिलाएँ भी पत्थर फेंकी थीं। वे बच्चों और युवाओं को भी पत्थर फेंकने के लिए उकसा रही थीं। पुलिस अब तक पुरुषों और युवाओं की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर रही थी, लेकिन अब हिंसा में शामिल होने वाली महिलाओं पर भी कार्रवाई की जाएगी।पत्तरबाजी बजी में महिलये बच्चे सबसे आगे थे।
बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाओं ने हल्द्वानी
खबरों के अनुसार, पुलिस अब तक लगभग पचास महिलाओं की पहचान कर चुकी है जिनको अरेस्ट करने की तैयारी में साबुत जमा कर रही है । साथ ही, हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के पूछताछ के दौरान महिलाओं के नाम भी नियमित रूप से सामने आ रहे हैं। एसएसपी प्रद नारायण मीणा ने बताया कि पुलिस वनभूलपुरा क्षेत्र से शुरू होकर पूरे इलाके के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग को जांच रही है।
उन्होंने बताया कि फुटेज में पहचानी गई महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और उनकी गिरफ्तारी की संभावना है। एसएसपी ने जोर दिया कि हिंसा को भड़काने वाले किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा साथ ही सकती के साथ सब से निपटा जायेगा महिलाओ की पहचान में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है क्यों की सब से अपने आपको अच्छे से ढाका हुवा था पूरी प्लानिंग के साथ क्यों की इतना पत्थर अचानक से नहीं अये होंगे इन पत्थरो को काफी समय से एकत्रित क्या गया होगा आम लोगो के गाड़ी बाइक कार ऑटो ही नहीं वहा पुलिस के लोगो को जलने की कोसिस की गयी जान बचा कर महिला पुलिस वह से निकली है ।
मलिक की गिरफ्तारी के लिए टीमों की दबिश जारी
दंगे का मास्टर माइंड आरोपी अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी अभी तक सबसे बड़ा सवाल बनी हुई है इतने दिन बीत जाने के बढ़ पुलिस पकड़ नहीं पायी है यह खुद में बहुत बड़ा सवाल है आशमान में छुप गया या पाताल मे जो अब तक पकड़ में नहीं आ पाया है ।
मंगलवार को एसएसपी ने बताया कि अब्दुल मलिक की तलाश के लिए भौतिक और तकनीक दोनों की मदद से की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीमें दबिश भी दे रही हैं। हालांकि अभी तक उसकी गिरफ्तारी न होने की बात कही है ये दंगा करवाने वाले कितने शातिर दिमाग के होते है यह सोचने की विषय है दिल्ली दंगे में में देखने को मिला था पुलिस परेशान हो गयी थी मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन को ढूंढने में लेकिन बहुत दिनों के बाद पकड़ में आया था ।
हल्द्वानी में धामी सरकार बहुत सकती के साथ इनसे निपट रही है पुलिस ने इस वक्त मामले को रोक दिए है ावा जाहि सुरु कर दी गयी है और ये देखने को मिल रहा है पत्तरबाज महिलाये वह से घरो से निकल निकल कर भाग रही है 300 से ज्यादा घरो में गिरफ़्तारी के डर से ताला लेगा देखा गया है आखिर अब ये पत्तरबाज किस राज्य को अपना अगला शिकार बना सकते है यह सोचने वाली बात है विचार करने जैसी बात है।