नीम के पेड़ को हिंदी में ‘आरिष्ठ’ या ‘नीम्ब’ कहा जाता है, और इसे आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है। नीम का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा, ग्रामीण चिकित्सा, और उद्योगों में कई रूपों में किया जाता है और नीम ‘सर्वरोगनाशिनी’ भी कहा गया है। नीम के पेड़ के चमत्कारी लक्षणों को समझने के लिए, हमें इसके विभिन्न पहलुओं को विस्तार से देखना चाहिए हम लोग गॉव में कही न कही रहे होंगे और वहा बड़े बूढ़े लोगो से सुना व् होगा नीम के चमत्कारी फायदे के बारे में बताया जाता है नीम के पेड़ के निचे सोने मात्र से शरीर की काफी बीमारी सही हो जाती है ।
“नीम अद्भुत गुणों
रोगनाशक गुण: नीम को प्राकृतिक रूप से एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीवायरल, और एंटीपैराजिटिक गुणों से भरपूर माना जाता है। इसका सेवन विभिन्न रोगों की रोकथाम में सहारा करता है और नीम आधुनिक चिकित्सा में भी उपयोग होता है आयुर्वेदिक
नियम दवाई को भूल कर इंग्लिश दवाई का सेवन करने वालो कइ लिए सिख है आज के चिकत्सा प्रणाली में हमें नीम का उपयोग देखने को मिलता है साथ ही साबुन सम्पू जैसी चीजों में बहार के देश की कंपनी नीम का लोगो लोग कर हमें पैसे में देती है जब की हमारे देश में फ्री में यह चीजे हमें मिल जाती है ।
नीम से चर्म रोगों का उपचार:
- चर्म रोगों का उपचार: नीम के पत्तियों का रस चमड़े की समस्याओं, जैसे कि खुजली, दाद, और त्वचा से जुड़े रोगों में उपयोगी है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण स्वस्थ त्वचा को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- श्वास क्षमता में सुधार: नीम के प्रयोग से श्वास शक्ति में सुधार होता है और उच्च प्रदूषण क्षेत्रों में रहने वालों के लिए यह एक महत्वपूर्ण लाभ हो सकता है।
- अनुमेय अंगेज़ में लाभकारी: नीम का रस गले के इन्फेक्शन और सामान्य सर्दी-जुकाम में आराम प्रदान कर सकता है और अनुमेय अंगेज़ को सुधारने में मदद कर सकता है।
- मधुमेह का नियंत्रण: नीम के पत्तों के सेवन से मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है क्योंकि इसका प्रभाव रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है।
- मसूड़ों के स्वास्थ्य का संरक्षण: नीम का तेल और दातु पाउडर का इस्तेमाल मसूड़ों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए किया जा सकता है और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं को दूर कर सकता है।
- विषाणुरोधी गुण: नीम में मौजूद अनेक गुण, जैसे कि विषाणुरोधी, मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।
- बीमारियों का नियंत्रण: नीम में पाए जाने वाले विभिन्न गुणों की वजह से यह बीमारियों के नियंत्रण में सहायक हो सकता है, जैसे कि अल्जाइमर, कैंसर, और एचआईवी।
- उच्च रक्तचाप का नियंत्रण: नीम का उपयोग उच्च रक्तचाप को कम करने में भी किया जा सकता है, जो कि एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है।
- वन्यजीवन में सहायक: नीम का पेड़ वन्यजीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके पत्तियाँ, फल, और बीज विभिन्न पशुओं के लिए आहार के रूप में कारगर हो सकते हैं और इसके लकड़ी और छाला का उपयोग वन्यजीवन संरक्षण के लिए किया जा सकता है।
इस प्रकार, नीम के पेड़ के चमत्कारी लक्षणों की बहुत ही बड़ी सूची है जो इसे सर्वरोगनाशिनी बनाती हैं और इसे स्वास्थ्य से जुड़े कई क्षेत्रों में उपयोगी बनाती हैं। नीम के साबुन’ बहुत हइ रेट में मिलते है या नीम से बने कोई व् प्रोडक्ट हमें काम दाम में देखने को नहीं मिलता है जब की हम भारतवासियो को कभी नीम हल्दी चन्दन से प्रोडक्ट खरीद कर इस्तिमाल नहीं करना लेकिन आज के समय में नेचुरल चीजों पर लोगो का झुकाओ काम होता जा रहा है और बाजार से केमिकल रहित चीजों का प्रयोग कर रहे है।वीडियो